दुनिया तो बदनाम कर ही रही है "मुसलमानों" को या यह कहो "इस्लाम" को पर अब तो मालदा में उपद्रव कर के (so called) हिन्दुस्तानी मुसलमानों ने भी "इस्लाम" को बदनाम किया है - इससे और कोई नहीं सिर्फ और सिर्फ इंसानियत शर्मसार हुई है, या खुदा जो भी इसमे शामिल है उन्हे कभी माफ़ न करना.
न जाने कब समझ आएगा लोगों को कि उपर वाले ने सदा ही "इंसानियत" को महफूज़ और बरक़रार रखना चाहा है, चाहे दौर कोई सा भी रहा हो.
न जाने कब समझ आएगा लोगों को कि उपर वाले ने सदा ही "इंसानियत" को महफूज़ और बरक़रार रखना चाहा है, चाहे दौर कोई सा भी रहा हो.
(c) ज़फ़र की ख़बर
Comments
Post a Comment