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बला, बला, बला...

चुनाव करीब हैं - कृप्या वाणी पर संयम रखें...

क्योंकि जो होने वाला है वह निश्चित ही सबकी सोंच से परे होगा...

इस बार जनता सिर्फ और सिर्फ विकास और कानून व्यस्था को देखते हुए ही मतदान करने वाली है...

झूठे वायदे एवं प्रलोभन देने से कुछ नहीं होने वाला... जनता धरातल पैर देखना चाहती है कि क्या कार्य हुआ है...

कुछ समझ ना आये तो "नाटो" पर ही सही... वोट ज़रूर दें...

(c) ज़फर की खबर

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