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जिसका किरदार सही नहीं वो मुसलमान कहाँ

जिसका किरदार ही सही नहीं वो मुसलमान रहा ही कहाँ, इस्लाम यही कहता है, पर इसे मानता कौन है?
 
छोटी मुह बड़ी बात कह रहा हूँ कि आज के भतेरे मुसलमानों को यह तक पता नही की "इस्लाम" है क्या?
 
रही बात इस्लाम की तो इस्लाम आज भी बदनाम नहीं है...
 
बदनाम किया है इसको उन लोगों ने जो इस्लाम को इस्लाम की तरह नहीं मानते है, टोपी, दाढ़ी, उंचा पायजामा, लम्बा कुर्ता या गमछा लगा लेने भर से कोई मुसलमान नहीं हो जाता है.
 
सबको पता है कि इस्लाम अपनी अच्छाइयों से सारी दुनिया में फैला है और इतनी अच्छे धर्म को बदनाम कर के रख दिया गया है कुछ मुट्ठी भर  "गैरमुस्लिमों और कथित अनपढ़ मुसलमानों" द्वारा जो इस्लाम का सही मायने तक नहीं जानते.
 
मेरा यह article मेरे इस blog में आपने पहले पढा होगा, जो बहुत कुछ समझाता है ... इसमें बहुत कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोग जानते तक नहीं:
http://zafarkikhabar.blogspot.in/2016/04/blog-post.html
 
अच्छा लगे तो औरों को भी पढवाएं... शुक्रिया 
 
(c) zafar ki khabar

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