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Police's Horse

This is called destruction and a loss of time, efforts and money due to an act done by individual to take political millage to shape their political career... very unfortunate:
The horse is not being able to stand, a team of doctors is coming from Mumbai & Pune. A US national is also coming - Sadanand Date, SSP Dehradun.

                              (c) Zafar Ki Khabar 

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Ram Mandir Nirman reg.

Fact Finding in reference to the political posts on social media these days, concerning Ayodhya - Ram Mandir Nirman : Most of the people dosn't know that there in no evidence which convince the court for the final verdict in reference of the construction of said mandir at the claimed place and without the court verdict, nothing is possible.   Please understand the fact that it is just a political agenda now, to gain vote every time by spreading emotional statements in public, in the name of Hindutava.                                                                      (c) ज़फ़र की ख़बर 

नमो का टूटता तिलिस्म

नमो आप क्यों चुप लगाये बैठे हो, मुझे अब आपका तिलिस्म टूटता नज़र आ रहा है... आपकी इस चुप्पी से आपके अपने ही बकर, बकर कर के आपकी बची खुची साख को भी मिट्टी में मिलने मे लगे है. सच कहू, बर्बाद कर दिया वो सब, जो भी आप को मिला था देशवासिओं से - प्रेम, सम्मान आदि आदि... क्योंकि अब बची खुची उम्मीद टूट गई सब की, जो थी आप से.  मह्गाई तो आसमान छु ही रही है और आप जनता से सब्सिडी छोड़ने की बात करते हो, अफ़सोस होता है यह सोंच कर कि यही बात आप अपने मंत्रियों से क्यों नहीं कहते एवं सभी सरकारी कैंटीन को पहले सब्सिडी मुक्त क्यों नहीं करते. देश का बजट, जो सेना को देने के बाद बचता है, उसका ज्यादा हिस्सा सरकारी तंत्र को चलाने मे ही खर्च हो जाता है, जबकि यह खर्च कम भी किया जा सकता है. रही देश चलाने की बात, कोई नहीं चला रहा देश को, वह तो ऑटो मोड मे है, यह खुद चल रहा है. आप तो बस पार्टी के कामों मे ही लगे हो, अगर धरातल पर काम किया होता तो पार्टी की तो यूँ ही बल्ले बल्ले होती. झूट का सहारा नहीं लेना पड़ता, जो अब लेना पड़ रहा है. जनता त्राहि त्राहि कर रही है, जनता को सुनने वाला कोई है ही नहीं. कहाँ अलग...

जयललिता को दफनाया क्यों?

जयललिता को दफनाया क्यों? आज यह सवाल बहुतों के दिमाग में है यह अवगत हो कि धर्म से इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि जलाने ,दफ़नाने, खुला छोड़ देने की परम्पराये दुनिया में geographic impact का नतीजा है - ना की किसी धर्म का कर्म. इस मामले में ज्ञान वर्धन की ज़रूरत हैें. क्योंकि religion जब भी - जहाँ भी पनपा है उस पर भूगोल का असर रहा है - धर्म में भौतिक उपलब्धि के आधार पर ही चीजें incorporate की गई है. अभी इतना ही - बाकी का ज्ञान फिर कभी... (c) ज़फर की खबर