Skip to main content

अंदरूनी कलह और बीजेपी

अगर नामों जल्दी न समझे तो बहूत देर हो जायेगी. क्यूकि मै पहले ही लिख चुका हूँ अमित शाह को लोग पसंद नही करते है जिसका असर बिहार मॆ सब को दिख चुका है. 

अंदरूनी तौर पर बीजेपी के अंदर की कलह अब खुलकर सामने आ रही है, एक धढा है जो यही चाहता है और उसकी पकड़ भी है इस चुनावी इलाके मॆ मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष से ज्यादा है.
 
हमारी सोच तो यह कहती है कि "अमित शाह" तो गयो. इस विषय पर नामों का यह क़दम फायदेमंद भी होगा, आने वाले समय के लिए. 

भाजपा को बचना है, तो सुधार तो करना ही पड़ेगा क्यूकि "नमो का त्लिस्म" अब टूट चुका है जनता इन्हे "फेकू" के नाम से सम्बोधित करने लगी है. 

सम्भल जाओ कयूकि गया हूआ समय लौट कर नही आता.

                                    (c) ज़फर की ख़बर

Comments

Popular posts from this blog

देश और हम

मीडिया मज़े ले रहा है और देश बदनाम हो रहा है... सरकार और हम दोनों यह समझ नहीं पा रहे है... (C) zafarkikhabar

उत्तर प्रदेश चुनाव २०१७

कुछ तारो ताज़ी हलचल, सुनगुन और हालात पर नज़र डालने के बाद आज मैं इस मुक़ाम पर पंहुचा हूँ की अगला चुनाव उत्तर प्रदेश के इतिहास में कुछ नया ही मोड़ लाने वाला है. सुन कर आप को भी यकीन नहीं आएगा पर क्या करूँ सच तो सच ही है और मुझे सच कहने की आदत जो है तो कहूँगा ही. आगामी २०१७ के चुनाव में प्रदेश के सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी "समाजवादी पार्टी" इस बार चुनाव "भारतीय जनता पार्टी" के साथ लड़ेगी. अभी यह सुन कर कुछ अटपटा सा लगेगा, पर यही सच्चाई है. इस पर अभी बहुत कुछ होना बाकी है... आगे आगे देखिये होता है क्या... सच कहता हूँ - सारे समीकरण बदल जायेंगे. और यह अपना काम कर जायेंगे. क्योंकि दोनों पार्टी का एक ही मुद्दा है सिर्फ और सिर्फ सरकार में बने रहना...                                                         (c) ज़फ़र की ख़बर 

हमारे बहादुर सैनिक - असलहे और बुलेट प्रूफ जैकेट

नमो जी, यह मेरी गुज़ारिश समस्त जनता की ओर से है कि हमारे बहादुर सैनिकों को जो पाकिस्तान सिमाँ पर है, को ताज़ातरीन असलहे और बुलेट प्रूफ जैकेट जल्द से जल्द दिलवाए. और हाँ अगर सरकार के पास पैसों की कंमी है तो हम जनता साथ है इस लिए, बस आपका इशारा काफ़ी होगा - हम एक वक़्त कम खा लेंगे पर बहादुरों को इस तरह मरने नहीं देंगे. जय हिन्द - जय भारत - जय जय. (c) ज़फ़र की ख़बर