सब को पता चल ही गया है कि अगले संसद का सत्र २३ नवम्बर २०१५ से चलेगा और इसमे भे पिछली बार जैसा हंगामा होना लाज़मी है|
इन्ही सब बातों को ध्यान मे रखते हुए स्पीकर सुमित्रा महाजन ने संसद सदस्यों के नाम एक चिट्टठी लिखकर संसद की मर्यादा और आचरण की याद दिलाते हुए आग्रह किया है कि 26 नवंबर से शुरु हो रहे शीतकालीन सत्र में वो विरोध करें पर संसद की मर्यादा औऱ अनुशासन को ध्यान में रखते हुए।
स्पीकर महोदया ने साथ में यह भी कहा है की जीवन के हर पहलू में प्रत्येक व्यक्ति से शालीनतापूर्ण और नैतिक आचरण की उम्मीद की जाती है और उन्हे आशा है कि सदस्यगण स्वीकार्य मर्यादा के अनुरूप आचरण करेंगे।
अब देखना यह है कि क्या सांसद इनकी इन बातों का संज्ञान भी लेते है या नहीं?
जहाँ तक मेरा अनुमान है, यह सत्र भी केवल हम जनता के पैसे की बर्बादी ही साबित होगा और हम त्राहि त्राहि की ओर एक कदम और आगे बढ़ जायेंगे।
(c) ज़फ़र की ख़बर
इन्ही सब बातों को ध्यान मे रखते हुए स्पीकर सुमित्रा महाजन ने संसद सदस्यों के नाम एक चिट्टठी लिखकर संसद की मर्यादा और आचरण की याद दिलाते हुए आग्रह किया है कि 26 नवंबर से शुरु हो रहे शीतकालीन सत्र में वो विरोध करें पर संसद की मर्यादा औऱ अनुशासन को ध्यान में रखते हुए।
स्पीकर महोदया ने साथ में यह भी कहा है की जीवन के हर पहलू में प्रत्येक व्यक्ति से शालीनतापूर्ण और नैतिक आचरण की उम्मीद की जाती है और उन्हे आशा है कि सदस्यगण स्वीकार्य मर्यादा के अनुरूप आचरण करेंगे।
अब देखना यह है कि क्या सांसद इनकी इन बातों का संज्ञान भी लेते है या नहीं?
जहाँ तक मेरा अनुमान है, यह सत्र भी केवल हम जनता के पैसे की बर्बादी ही साबित होगा और हम त्राहि त्राहि की ओर एक कदम और आगे बढ़ जायेंगे।
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