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दादरी - घटना तो दुखद है पर....

दादरी पर नमो द्वारा दिया गया बयान कि "मैं इस घटना से आहत हूँ" और कोई कार्येवाही न करना, यह दर्शाता है कि चाह कर भी बीजेपी अपने नेताओं बचाना चाहती और इस घटना हेतु सीधे सीधे विपक्ष को दोषी ठहराया जाना न कि राज्य सरकार को, इस बात को और भी पुख्ता करता है कि बीजेपी जान कर ऐसी बातों को नज़रअंदाज़ कर रही है.

जबकि ११ आरोपियों मे ०८ आरोपी तो बीजेपी के ही सदस्य है. उनमे से एक मुख्य आरोपी तो बीजेपी के नेता का ही बेटा है. बीजेपी कोई कदम उठाना नहीं चाहती और राज्य सरकार कुछ करेगी नहीं क्योंकि समाजवादी पार्टी और बीजेपी को अगला चुनाव २०१७ में साथ साथ जो लड़ना है.

आप लोग खुद ही देखे और अंदाज़ा लगायें कि क्या ऊपर का घटनाकर्म मेरी कही बातों की ओर इशारा नहीं करता.

जनता समझदार है समझ जाएगी - पर धीरे धीरे...

                     (c) ज़फ़र की ख़बर 

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